रेलवे प्लेटफार्म
मैं रेलवे प्लेटफॉर्म हू आज मैं अपने बारे में आप सबको बताता हूं आज मैं अपनी कहानी आप सबको सुनता हूं रोज सैकड़ों ट्रेनें मुझसे होकर जाती है लोगो को गंतव्य स्थलों को ले जाती है हजारों मुसाफिर रोज मेरे पास आते है सबकी अपनी अपनी कहानियां होती है किसी को काम से दूसरे शहर जाना है किसी को अपनो से मिलने घर पर आना है पूरा दिन मेरे यहां चहल पहल रहता है कही विक्रेताओं की आवाजों का शोर कही बच्चों के नए एहसास की खुशी का शोर कही दो परिवारों के मिलने की खुशी का शोर कही दोस्तो के नए ट्रीप की खुशी का शोर मैं प्रतिदिन जीवन के अलग अलग रंगो को देखता और अनुभव करता हू किसी आंखों में अपनो के आने के इंतजार में खुशी दिखाई दे रही है तो किसी की आंखे अपनो से बिछड़ जाने से गमगीन हो रही है कभी कभी मैं बहुत दुखी हो जाता हू जब लोग मुझको गंदा कर देते है मुझ पर चारो तरफ कचरा फेंक देते है तब गंदगी से मेरा दम घुटने लगता है आप सब से मेरी ये करबद्ध प्रार्थना है आप को मेरी स्वच्छता का ध्यान रखना है