जीवन यात्रा

ए जिंदगी तू चली चल 
इस सफर में अकेले अकेले
मिलेंगे कई लोग सफर के रास्ते में
जो होंगे साथी आप के
इस सफर में कुछ लम्हों के

फिर चले जायेंगे साथ छोड़ के
आप का बीच में इस सफर के
रह जायेगा तू अकेला फिर 
जिंदगी के इस सफर में

तुझे अकेले ही तय करना है 
राहें मंजिल का रास्ता
तुझे अकेले ही लड़ना है 
राहों की परेशानियों से

यही जीवन का कटु सत्य है
बाकी सब कुछ अस्त्य है।

Comments

AKS said…
Bilkul Yahi Satya Hai.
Anonymous said…
Dil ko choo gaya...

Popular posts from this blog

मातृ दिवस

उड़ान

पिताजी