दीपोत्सव
दीपावली है त्यौहार रोशनी का
हम सब हैं मानते यह दीपोत्सव
अपने घरों को दीपो से प्रज्वलित करके
इस दिन प्रभु राम थे लौटे चौदह वर्ष
पश्चात् अयोध्या में वध रावण का करके
उनके आने की खुशी में नगरवासियो ने
था सजाया दीपो से संपूर्ण अयोध्या को
पहले दिन है धनतेरस सुख समृद्धि की देवी मां लक्ष्मी का
करते है हम सब खरीदारी बर्तन और चांदी सोने का
दूसरे दिन मनाई जाती है छोटी दीपावली
इस दिन किया था प्रभु कृष्ण ने वध नारकसुर का
तीसरे दिन होता है बड़ी दीपावली का
करते है हम पूजा इस दिन गणेशजी और लक्ष्मीजी का
उसके बाद होता है शुरू दौर आतिशबाजीयो का
लेकिन रखना है हम सबको ध्यान इस बात का भी
है हमारी बडी जिम्मेदारी देश पर्यावरण के प्रति भी
पर्यावरण को बचाना है देश को प्रदूषण मुक्त बनाना है
चौथा दिन है गोवर्धन पूजा का
किया था गर्व चूर प्रभु श्रीकृष्ण ने इंद्र का
उंगली पर उठाकर गोवर्धन पर्वत को
गावों में होती है इस दिन हर घर के
दरवाजे पर गोबर की पूजा
पांचवे दिन होता है भाई दूज का
करती है बहने इस दिन प्रार्थना
अपने भाई की लंबी उम्र का
है यह पर्व मन के अंधकार को दूर करने का
है यह पर्व अंधकार के बाद रोशनी का
है है पर्व रात के बाद एक नए सवेरे का
है यह पर्व बुराई पर अच्छाई की जीत का
है यह पर्व पर्यावरण की स्वच्छता और आध्यात्म का
है यह पर्व भाई चारे और सामाजिक एकता का
होते जा रही है विलुप्त हमारी यह प्राचीन धरोहर
दीयों की जगह हम जला रहे है आधुनिक इलेक्ट्रिक लाइट
होती जा रही है मिट्टी के दीपक के कारीगरों की हालत टाइट
आओ हम यह प्रण ले हमे स्वदेशी को आगे बढ़ाना है
देश के लघु उद्योगों और कारीगरी को बचाना है
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