मेरे कान्हा


हे कृष्णा, हे मुरलीवाले
तुम ही हो जग में सबसे निराले 

मईया यशोदा के हो तुम कान्हा
हम सब के हो तुम नंदलाला

कभीं बन जाते हो तुम माखनचोर
कभी कहलाते हो गोपियों के चितचोर 

ग्वाल बाल सबके हो दुलारे 
राधा रानी के तुम मोहन प्यारे 

तुम्हारी लीला है कान्हा अद्भुत न्यारी
बनाए रखना कृपा सदा हम पर गिरधारी।

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