उड़ान
हमने यह ठाना है
मंजिल को पाना है
माना डगर है ये मुश्किल
माना हालत है ये जटिल
रख हौसला तू ए मेरे दोस्त
न हो निराश तू ए मेरे दोस्त
करता रह यूंही बस तू दिल से प्रयास
आंखों में लेकर सपनों को पाने की आस
न तुझे रुकना है ए मेरे दोस्त
न तुझे थमना है ए मेरे दोस्त
वह दिन भी जरूर आयेगा
जब तू मंजिल को पाएगा
जो लोग हंसते थे तेरे नाकामियों पे
वो ही सुनाएंगे किस्से कहानियां तेरी कामयाबियों की
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