दृढ़ता

यूंही बस चलते चले जाओ ए मेरे दोस्त
राह में आने वाले तूफानों से न घबराओ ए मेरे दोस्त

यह वक्त यूंही न रहेगा ऐसा ही हरदम 
एक दिन सफलता चूमेगी तुम्हारे कदम 

यह वर्ष यूंही बीत गया तो क्या 
न मिली मंजिल तुम्हें तो क्या

न होने दो अपने विश्वास को कभी भी कम
करते रहो कोशिश यूंही निरंतर तुम

एक दिन तुम  सफलता की ऊंचाईयों को छुओगे 
सफलता का एक नया इतिहास लिखोगे ।

Comments

AKS said…
Ummidon Se Bharpur Naye Saal Ka Aagaj.

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