नवरात्रि - मां आदिशक्ति के नवरुपों की अनुभूति यात्रा
हे माता वृषारूढ़ा हे माता शैलपुत्री
हे श्वेत रूप धारिणी हे दिव्य रूप धारिणी
हे योग रूप धारिणी हे चन्द्ररूप शीतल शान्ति प्रदायिनी
श्वेत वृषभ है सवारी आप का
हैं स्वरूप आध्यात्मिक और प्रेरणादायी आप का
है स्वरुप ज्ञानमयी और शक्तिदायी आप का
शोभित है त्रिशूल दाएँ हाथ में और बाएं में कमल का फूल
खीर , दीपक घी का और अर्पित करते हैं चरणों में गुड़हल के फूल
यूही बनाए रखना कृपा हम पर
हे जग जननी बनाए रखना आशीर्वाद संपूर्ण विश्व पर ।
हे मां ब्रह्मचारिणी हे मां ज्योतिर्मयी
हे ज्ञान ,शक्ति, विवेक ,धैर्य, तप प्रदायिनी
हे मां तपश्चारिणी हे मां अर्पणा
हे मां योगिनी हे मां उमा
हे श्वेत वस्त्र धारणी
हे नकारात्मक शक्ति नाशिनी
हाथों में है जप की माला और कमंडल
फूल है आपको प्रिय गुड़हल
सदा रहे यूंही आशीर्वाद आपका
यही करबद्ध है हमारी प्रार्थना।
हे मां चंद्राघंटा हे मां महिषासुरमर्दनी
हे मां सिंहारूढ़ा हे मां कल्यारिणी
हे दस भुजा धारणी हे दिव्य अस्त्र शस्त्र शोभणी
अदभुत तेजपुंज और सोने सी काया
कर संहार राक्षसों का स्वर्ग दैत्यों से मुक्त कराया
देती है भक्तों को साहस और दीर्घायु का वरदान
जब भी भक्तों ने किया आपका सच्चे हृदय से ध्यान
हे दुखहरिणी हे फलदायिनी
रहे हमेशा कृपा आपकी हे करुणादायनी।
हे मा कूष्मांडा हे मां अष्टभुजा
हे मां आदिशक्ति हे मां आदिश्वरूपा
हे मां सूर्य मंडल निवासिनी हे मां सृष्टि निर्माणीनी
हे मां ब्रह्माण्ड रक्षिणी हे मां दिव्यपुंज धारिणी
हे मां रोग शोक नाशिनी हे मां आरोग्य दायिनी
हे मां सुख समृद्धि दायिनी हे मां दीर्घायु प्रदायिनी
चरणों में आपके हम शीश नवाए
आशीष आपका सदा हम पाए।
हे मां स्कंदमाता हे मां पद्मासना
हे मां महेश्वरी हे मां हिमालयसुता
है मां मातृस्वरूपिणी हे मां विद्यावाहिनी
हे मां सिंहवाहिनी चतुर्भुजा हे मां आरोग्यदायनी
हे मां ममतामयी हे मां शुभदायनी
हे मां चितवृतियाँ निवारणी हे मां यशस्विनी इच्छापूर्णिनी
चरणों में है आपके प्रणाम सदा
रखना हम पर अपना आशीष सदा।
हे मां कात्यायनी हे मां ईश्वरी
हे मां भद्राकाली हे मां गौरी
हे मां चंडिका हे मां पार्वती
हे मां काली हे मां हेमावती
स्वरूप आपका है दिव्य तेजपुंज अलौकिक
त्रिदेव से मिलकर हुई आप अवतरित
करके दुष्ट महिषासुर का संहार
किया आपने संपूर्ण सृष्टि का कल्याण
पीला रंग के फूल चढ़ाकर
शहद के हलवे का भोग लगाकार
करबद्ध प्रार्थना हम है आपसे करते
रहे दया हमेशा आपकी यही अभिलाषा है रखते ।
हे मां कालरात्रि हे मां कालभक्षिणी
हे मां प्रलयकारिणी हे मां कालविनाशनी
हे मां रक्तबीज संहारिणी हे मां शक्ति अवतारीणी
हे मां दुःखनाशिनि हे मां संकट हरिणी
हे मां भयनाशिनी हे मां शुभंकारीनि
हाथ चार है खड़ग, वज्र ,वरमुद्रा और अभय मुद्रा आपके
हे मां त्रिनेत्री नीले फूल चढ़ते है चरणों में आपके
हे मां महायोगीश्वरी हे मां महायोगिनी
गुड़ ,चना और शहद का भोग है प्रिय आपको
अर्पित करते है लाल वस्त्र आपको
हे मां मनमोहनी हे मां शोक नाशिनी
चरणों में आपके कर दिया है अपर्ण अपना सर्वस्व
सदा बनाए रखना दया और आशीर्वाद हम सब पर ।
हे मां महागौरी हे मां शाकंभरी
हे मां वृषभ सवारिणी हे मां सिंहवाहिनी
हे मां विघ्नहारिणी हे श्वेतवस्त्रधारिणी
हे मां ऋद्धिसिद्धिदायिनी हे चतुर्भुज शान्त रूपधारणी
दाहिने हाथ में सोहे है त्रिशूल और अभय मुद्रा
बाएँ हाथ में सोहे है डमरू और वर-मुद्रा
करते है अर्पित आपको सफेद फूल व नारियल के पकवान
करबद्ध प्रार्थना हैं आपसे जीवन के कठिन मार्ग हो जाए आसान
हे मां अम्बे हे मां जगदम्बे
हे मनोवांछित फलदायिनी हे मां कल्यारिणीनी
आपके भक्त करे आपसे बारंबार यही पुकार
हर लेना हम सबके कष्ट सदा और रखना अपनी कृपा अपरंपार ।
हे मां सिद्धिदात्री हे मां चतुर्भुजा अष्ट सिद्धिदायिनी
हे मां मनोकामनापूर्णी हे मां मनोवांक्षित फल प्रदायिनी
करके धारण लाल वस्त्र हैं आसन आपका कमल
हाथों में सोहे है सुदर्शन चक्र, गदा शंख,और कमल
शिव को अर्धनारीश्वर रूप दिलाया
संपूर्ण सृष्टि को नारीशक्ति का रूप दिखाया
अर्पित करते है फल, हलवा, पूड़ी, काले चने और नारियल का भोग
आपके ही कृपा से प्राप्त हुआ भगवान शिव को सिद्धियोग
संपूर्ण त्रिलोक आप को नमन करते है
हे मां हम चरणों आपके नमन करते है।
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