मां वीणावादनी
हे मां शारदा , हे मां सरस्वती
आप से बस एकमात्र यही है विनती
बनी रहे कृपा आपकी हम सब पर
होती रहे विद्या की वर्षा हम सब पर
हे हंसवाहिनी, हे वीणावादनी
हे मां भारती , हे श्वेत वस्त्र धारिणी
कर दो दूर अज्ञानमय अंधकार को
भर दो सम्पूर्ण विश्व में ज्ञानमय प्रकाश को
कभी न भटके हम , कभी न अटके हम
आप ही है माता इस जगत में विद्या का उद्गम
हे कमल धारिणी, हे हंसविहारिणी
आप ही हो इस विश्व की ज्ञानकारणी ।
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