परिवार सूत्र


ये रिश्ते बड़े अनमोल है 
नहीं इनका कोई मोल है
अपनो से है कैसा गिला शिकवा 
ये तो रिश्तों का है खट्टा मीठा कहवा 
करके नजरंदाज हर छोटी मोटी बातों को
रखना है एक सूत्र में बांधकर अपने रिश्तों नातो को ।

Comments

AKS said…
Rishte hi jeevan ki dor hai...

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