शून्यता

           
आज जब तुम्हारा जिक्र आया
वो कॉलेज के दिन मुझे याद आया
वो भी क्या दिन थे हमारे 
जो वक्त थे हमने साथ गुजारे
जेब में पैसे कम थे जरुर 
मगर दोस्तों के लिए था समय भरपूर
आज तो पास है सब कुछ हमारे
लेकिन अब वो दोस्त साथ न रहें हमारे।

Comments

AKS said…
Yehi jindagi ka safar hai.....

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