वक्त

मत कर गुरुर अपने पर , ए मेरे दोस्त 
यह तो सिर्फ वक्त वक्त की बात है
वक्त का पहिया खामोशी से घूमता दिन रात है
ये आज तुम्हारा है , कल हमारा होगा 
हमारे अपने साथ होंगे ,न कोई तुम्हारा होगा ।

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