होली
होली आई है होली आई है
अपने संग ढेरो खुशियां लाई है
रंगों का त्यौहार है ये होली
मस्ती की फुहार है ये होली
त्यौहार है यह त्याग और बलिदान का
राधा कृष्ण के अद्भुत प्रेम के अभिमान का
त्यौहार है यह बुराई पर अच्छाई की विजय का
प्रह्लाद का होलिका और हिरण्यकश्यप पर जय का
पिचकारी तो इक बहाना है
रंगों में सबको नहलाना है
अबीर गुलाल से हुआ रंगमय चहुंओर
आओ खाए गुजिया और मिठाई मिलकर
शाम को होता है आयोजन होली मिलन समारोह का
अवसर है यह गिले शिकवे भूलकर सबसे मिलने का
उठाते है लुफ्त हास्य कवि सम्मेलन का
लगाते है गोते हास्य के सागर में ठहाकों का ।
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